भूपेन हजारिका ब्रिज तैयार होने के बाद से चीन की घबराहट बहुत बढ़ गई है । अरुणाचल प्रदेश में भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर के निवेश को लेकर चीन घबरा गया है ।उसमें भारत को चेतावनी दी है कि वह अरुणाचल प्रदेश में निर्माण कार्य को लेकर संयम बरतें ।चीन के यह बयान ऐसे समय में आया है जब प्रधानमंत्री मोदी द्वारा हाल ही में 9 किलोमीटर लंबे भूपेन हजारिका ब्रिज का उद्घाटन किया गया है। यह ब्रिज एशिया का सबसे बड़ा ब्रिज है ।चीनी विदेश मंत्री ने कहा है कि चीन अपनी सीमा को लेकर सजग है और किसी भी स्थिति से निपटने में सक्षम है ।हालांकि चीन ने यह भी कहा है कि वह भारत सीमा विवाद को बातचीत के जरिए निपटाना चाहता है ।भूपेन हजारिका पुल बन जाने से आसाम अरुणाचल प्रदेश की दूरी 165 किलोमीटर कम हो गई है और यात्रा में लगने वाला समय लगभग 5 घंटे कम हो गया है साथ ही इस ब्रिज से सैनिक आवाजाही भी आसान हो गई है ।चीन समय-समय पर अरुणाचल प्रदेश में दावा करता रहा है इसी कड़ी में वह भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के विरोध में रहा है।
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