शुक्रवार, 30 अगस्त 2019

बैंकों का विलय और उसके परिणाम

आज वित्तमंत्री निर्मला सीतारमन ने 10 सरकारी बैंको के विलय की बहुप्रतीक्षित घोषणा की है।अब देश मे बैंको की संख्या 12 रह जायेगी। अब देश मे भारतीय स्टेट बैंक सहित 5 बड़े बैंक होंगे।

इन बैंकों का होगा विलय-

1. पंजाब नेशनल बैंक मे ओरियंटल बैंक आफ कामर्स का विलय होगा जो कि एसबीआई के बाद देश का सबसे बड़ा बैंक बन जायेगा।
2. दूसरा विलय इंडियन बैंक और इलाहाबाद बैंक  का होगा।
3. तीसरा विलय केनारा बैंक और सिन्डीकेट बैंक के मध्य होगा ।
4. चौथा विलय यूनियन बैंक,कार्पोरेशन बैंक और आंध्रा बैंक का होगा।

इसके पूर्व बैंक आफ बड़ोदा में विजया बैंक और देना बैंक का सफलता पूर्वक विलय हो चुका है। शेष बचे बैंक अपना अलग अस्तित्व बनाये रखेंगे। इनमे सेन्ट्रल बैंक, यूको बैंक, बैंक आफ महाराष्ट्र,बैंक आफ इंडिया, पंजाब एन्ड सिंध बैंक और ग्रामीण बैंक आदि शामिल हैं।

क्या होंगे फायदे- बैंको के विलय से उनकी कार्यक्षमता मे सुधार होगा, अनावश्यक खर्चों मे कमी आयेगी,एनपीएज की बेहतर मानीटरिंग होगी और ॠण प्रदाय मे गति आयेगी।

भारत सरकार ने सरकारी बैंकों को 70000 करोड़ रुपये की पूंजी दैने की घोषणा पिछले शुक्रवार को ही कर दिया था जिससे उनकी माली हालत सुधरेगी और उनकी नये ॠण देने की क्षमता बढ़ेगी।

विलय किस तारीख से लागू होगा इसकी घोषणा बाकी है। सरकार ने यह स्पष्ट किया है कि विलय के कारण कर्मचारियों की छंटनी नहीं होगी।

आशा की जाना चाहिये विलय के बाद बैंको की हालत मे तीव्र गति से सुधार आयेगा और उनकी लाभप्रदता और ग्राहक सेवा मे  सकारात्मक बदलाव आयेगा।

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